________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
SHRUTSAGAR
____MARCH-2015 है, उसकी संख्या १ दी जाती है, दूसरे वर्ष की संख्या २, तीसरे वर्ष की ३. इसके कई रूप होते हैं, जैसे- वर्ष, पुस्तक, Volume, खंड आदि. यह प्रत्येक मैगजीन का अपना खास होता है और प्रत्येक अंक पर वही नाम आता है. जैसे- “श्रुतसागर" ईस्वी सन् २०१४ वाले अंकों के लिए “वर्ष १०” है, तो यहाँ वर्ष वाला विकल्प पसन्द करते है. कुछ पत्रिकाओं में Volume के अतिरिक्त Sub Volume भी पाए जाते हैं, इसलिए हम इस सूचना को भी प्रोग्राम में प्रविष्ट करते हैं. इससे यह लाभ होता है कि कोई वाचक किसी खास मैगजीन के किसी विशेष अंक की मांग करता है, तो हम शीघ्रतापूर्वक अपेक्षित अंक निकाल कर देते हैं. भाषा नाम
मैगजीन किस भाषा में प्रकाशित होती है इसका उल्लेख किया जाता है. किसी-किसी मैगजीन में एक से अधिक भाषाओं के लेख भी प्रकाशित होते हैं. अतः आवश्यकतानुसार एक से अधिक भाषा का संकलन किया जाता है. जिससे किस मैगजीन में किस भाषा में लिखित लेख आदि छपते हैं, इसका पता चलता है, जो वाचकों के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है. प्रकाशन अवधि
किसी मैगजीन के एक अंक से दूसरे अंक के मध्य का जो समय होता है, उसे प्रकाशन अवधि कहा जाता है. जैसे- दैनिक, साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक आदि. इस सूचना को भी संकलित किया जाता है, जिससे हमें यह पता चल सके कि अमुक मैगजीन की प्रकाशन अवधि क्या है. जब हमसे यह पूछा जाता है कि आपके संग्रहालय में मासिक कितनी पत्रिकाएँ आती हैं तो हम शीघ्रतापूर्वक उन्हें सूचना उपलब्ध कराते हैं. अधिकांश मैगजीन एक नियत तिथि को प्रकाशित होती है. हमारे कम्प्यूटर प्रोग्राम में सभी मैगजीन के प्रारंभिक एवं अंतिम अंकों, प्रारंभिक एवं अंतिम प्रकाशन तिथि आदि की एन्ट्री की भी सुविधा है. जिससे संशोधकों आदि के लिए किसी खास अंक को ढूँढने में यह बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है. वर्ष प्रकार नाम
किसी भी मैगजीन की विस्तृत सूचना जानने हेतु मैगजीन के वर्ष की प्रविष्टि की जाती है. जिसमें ईस्वी संवत, विक्रम संवत, वीर संवत आदि के रूप में जिस मैगजीन में जो विकल्प मिलते हैं, उसी अनुरूप उनकी सूचना प्रविष्ट की जाती है. प्रत्येक मैगजीन में प्रारंभ वर्ष एवं अन्तिम वर्ष की सूचना प्रविष्ट की जाती है. कभी
For Private and Personal Use Only