Book Title: Shrutsagar 2015 03 Volume 01 10
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 31
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रुतसागर मार्च-२०१५ आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर कोबा में अब तक अनुसंधान, संबोधि, कल्याण, विरतिदूत, मुक्तिदूत, बुद्धिप्रभा, बुद्धिप्रकाश, आगमोद्धारक, प्राकृत भारती, श्रमण आदि संशोधनपरक एवं दुर्लभ ३४३ मैगजीन के ३१४३४ अंक संगृहीत किए गए हैं. वर्तमान में १०८ से अधिक मैगजीन नियमित रूप से आते हैं. जिनमें से महत्त्वपूर्ण एवं दुर्लभ पत्रिकाओं को सुरक्षित किया जाता है. महत्त्वपूर्ण एवं दुर्लभ मैगजीनों को स्कैन कर पीडीएफ बनाकर मैगजीन के साथ लिंक किये गये हैं. जिससे वाचक द्वारा किसी खास मैगजीन की सूचना मांगने पर हम उस मैगजीन को भौतिक रूप से निकाले बिना ही स्क्रीन पर उस मैगजीन की सूचनाएँ दिखा देते हैं. वाचकों को उनके अपेक्षित लेख आदि हेतु आवश्यकतानुसार प्रिंट देते हैं या मेल के द्वारा उपलब्ध कराते हैं. मैगजीन-अंक पेटांक-कृति लिंक आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर में कम्प्यूटर के तकनीकी सहयोग से हस्तप्रत, पुस्तक, मैगजीन आदि में लिखित/प्रकाशित प्रत्येक छोटी-बड़ी कृतियों की सूक्ष्मातिसूक्ष्म सूचनाएँ संग्रह की जाती हैं. इसी क्रम में पेटांक की अवधारणा भी एक महत्त्वपूर्ण कड़ी के रूप में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह शोधार्थियों के शोधकार्य में लक्ष्य तक पहुँचने के लिये मील का पत्थर साबित हो रही है. अध्येताओं व संशोधकों हेतु यह सुविधा उनके अध्ययन-संशोधन के कार्य को गति देती है तथा उनके श्रम व समय को बचाती है. सामान्यतया अन्य ग्रन्थालयों में पत्रिकाओं के आवरण एवं शीर्षक पृष्ठ पर लिखित नाम के आधार पर ही सूचनाएँ संकलित की जाती है. पत्रिकाओं में स्थित लेख आदि भिन्न-भिन्न कृतियों की सूचनाओं को सूचीकरण में शामिल नहीं की जाती है. जबकि ज्ञानमंदिर, कोबा में मैगजीन में स्थित सभी संशोधनपरक एवं महत्त्वपूर्ण कृतियों का परिचय अलग-अलग पेटांक के रूप में संकलित किया जाता है. जिसके कारण हम अपने वाचकों को कृति नाम, कर्ता नाम आदि के आधार पर प्रोग्राम में सर्च करके यथाशीघ्र सूचनाएँ उपलब्ध कराते हैं. । जैसा कि हम सभी यह जानते हैं कि किसी भी मैगजीन में एकाधिक स्वतंत्र लेख, प्राचीन कृतियाँ, कृतियों के साथ टीका, अनुवाद आदि या मात्र टीका, अनुवाद आदि पुत्र कृतियों के रूप में अलग-अलग पृष्ठों पर प्रकाशित होते हैं. उन स्वतंत्र या पुत्र कृतियों की सूचना संकलित करने हेतु उनकी पेटा कृति के रूप में एन्ट्री की जाती For Private and Personal Use Only

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