Book Title: Shrimad Devchandra Part 2
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 661
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २००२ श्री महावीर जन्म जयंती गीत पारं प्रेमे आनंदना श्वासो ले भारत गाजीने, शांति आनंदना उश्वासो ले नरनार; हरख्यां त्रिशलामाताने सिद्धारथ राजवी, हरख्या जोषीओ जाणी भारत उद्धार. राजा वैशाली चेटक मनमां आनंदिया, घरघर आनंद उत्सव वर्ते जयजयकार; आखा भारत देशे घरघर पुत्र वधामणां, प्रगट्यो जगद्गुरु प्रभु महावीरनो अवतार आ० वीश तीर्थकर भावित चोविशमा जिनपति, आजे प्रकट्या जाणी सौने थयो निर्धार; माळे बेसी करतां कल्लोलो सहु पंखीओ, करतां आनंदना नादो तेम पशुओ सार. सवळे प्रसिद्ध यह तेरस महावीरना जन्मयी, जगमां महावीर तेरस घेरेघेर गवाय; सोनुं रत्न अने रुपा हीराना पारणे, कीरने झुलावे त्रिशला माता सुखदाय. त्रिशला बोले. मारी कुखे प्रगट्या वीरजिन, तेथी सतीओमांही थइ प्रथम शिरताज; म्हारी कूखे आव्या धर्मोद्धारक राजवी, राखी भारतजननी धर्मतणी शुभ लाज. प्रभुनी जमणी जांघे लंछन सिंहनुं शोभतं, प्रभुजी सिंहनी पेठे करो पराक्रम बेश; दयाना उपदेशे निर्दयता टाळी विश्वयी, टाळो नरनारी पशु पंखीना सड क्लेश. For Private And Personal Use Only आ० w आ० ८ आ० ९ आ० १० आ० ११

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