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समर्पण
जिनकी पावन-प्रेरणा ने जिनकी सतत-भावना ने जिनकी निशदिन की रटना ने
मुझे कलम पकड़ने को
तैयार कर ही दिया प्रेरणा, भावना एवं रटना
की उस भव्य-मूर्ति मुनि श्रीअखिलेश जी
सादर
सभक्ति
समर्पण
-विजय मुनि
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