Book Title: Shatkhandagama Pustak 04
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

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Page 611
________________ (८) परिशिष्ट सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ सूत्र संख्या केवडियं खेत्तं फोसिदं, लोगस्स खेत्तं पोसिदं, लोगस्स असंखेजदिअसंखेज्जदिभागो। २४२ भागो। २५० ५९ सव्वलोगो वा। २४३ ६८ सव्वलोगो वा। २५० ६० पंचिंदिय-पंचिंदियपज्जत्तएमु मि- ६९ बादरवाउपज्जत्तएहि केवडियं च्छादिहीहि केवडियं खेत्तं पोसिदं, खेतं पोसिदं, लोगस्स संखेजदिलोगस्स असंखेज्जदिभागो। २४४| भागो। २५२ ६१ अढ चोदसभागा देसूणा, सब- ७० सव्वलोगो वा । २५३ लोगो वा। २४४७१ वणफदिकाइयणिगोदजीववादर-- ६२ सासणसम्मादिटिप्पहुडि जाव सुहुम-पज्जत्त-अपज्जत्तएहि केव अजोगिकेवलि त्ति ओघं । २४५, डियं खेत्तं पोसिदं, सबलोगो। २५३ ६३ सजोगिकेवली ओघं । २४५/७२ तसकाइय-तसकाइयपज्जत्तएसु ६४ पंचिंदियअपज्जत्तएहि केवडियं । मिच्छादिहिप्पहुडि जाव अजोगिखेत्तं पोसिदं, लोगस्स असंखे। केवलि त्ति ओघं। २५४ ज्जदिभागो। २४६७३ तसकाइयअपज्जताणं पंचिंदिय६५ सव्वलोगो वा । २४६ अपज्जत्ताणं भंगो । २५४ ६६ कायाणुवादेण पुढविकाइय- ७४ जोगाणुवादेण पंचमणजोगि-पंच आउकाइय-तेउकाइय-वाउकाइय- वचिजोगीसु मिच्छादिट्ठीहि केवबादरपुढविकाइय-बादरआउकाइय डियं खेतं पोसिदं, लोगस्स बादरतेउकाइय-बादरवाउकाइय असंखेज्जदिभागो। २५५ बादरवणप्फदिकाइयपत्तेयसरीरतस्सेव अपजत्त-मुहुमपुढविकाइय. ७५ अट्ठ चोदसभागा देसूणा, सव्व__ लोगो वा। २५५ सुहुमआउकाइय-महुमतेउकाइयसुहुमवाउकाइय-तस्सेव पज्जत्त ७६ सासणसम्मादिटिप्पहुडि जाव अपज्जत्तएहि केवडियं खेत्तं संजदासजदा ओघं । २५६ पोसिद, सव्वलोगो। २४७७७ पमत्तसंजदप्पहुडि जाव सजोगि६७ बादरपुढविकाइय-बादरआउकाइय- केवलीहि केवडियं खेत्तं पोसिदं, बादरतेउकाइय-बादरवणप्फदिका- लोगस्स असंखेज्जदिभागो। २५७ इयपत्तेयसरीरपज्जत्तएहि केवडियं ७८ कायजोगीसु मिच्छादिट्ठी ओघं । २५८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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