Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 06
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 298
________________ // 57 // // 58 // // 59 // // 60 // // 61 // // 62 // जं पइ केई समनामा भोलिया भोऽलियाई जंपंति / चीयावासिदिक्खिओ सिक्खिओ य गीयाण तं नमयं आ य गायाण त नमयं हयकुसमयभडजिणभडसीसो सेसु व्व धरियतित्थधरो / जुगपवरजिणदत्तपहुत्तसुत्ततत्तत्थरयणसिरो तं संकोइयकुसमयकोसिअकुलममलमुत्तमं वंदे / पणयजणदिनभई हरिभद्दपहुं पहासंतं आयारवियारणवयण-चंदियादलीयसयलसंतावो / सीलंको हरिणंकु व्व सोहइ कुमुयं वियासंतो तयणंतरं दुत्तरभवसमुद्दमज्जंतभव्वसत्ताणं / पोयाणु व्व सूरीणं जुगपवराणं पणिवयामि गयरागरोसदेवो देवायरिओ य नेमिचंदगुरू। उज्जोयणसूरिगुरू गुणोहगुरुपारतंतगओ सिविद्धमाणसूरी पवद्धमाणाइरित्तगुणनिलओ। चियवासमसंगयमवगमित्तु वसहिहिं जो वसिउ तेसि य पयपउमसेवारसिओ भमरु व्व सव्वभमरहिओ / ससमयपरसमयपयत्थसत्थवित्थारणसमत्था अणहिल्लवाडए नाड इंव्व दंसिय सुपत्तसंदोहे / पउरपए बहुकविदूसगे. य सन्नायगाणुगए सड्डियदुल्लहराए सरसइ अंकोवसोहिए सुहए / मज्झे रायसहं पविसिऊण लोयागमणुमयं नामायरिएहि समं करिय वियारं वियारहिएहि / वसइहि निवासो साहूणं ठाविओ ठाविओ अप्पा परिहरिय गुरुक्कमागयवरवत्ताए य गुज्जरत्ताए / वसहि निवासो जेहिं फुडीकओ गुज्जरत्ताए // 63 // // 64 // // 65 // // 66 // // 67 // . // 68 // ... 28

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