________________
-: दीक्षा स्मृति दिन शताब्दी वर्ष में :- सादर समर्पणम् :
श्री महावीर प्रभु के शासन की अजोड आराधनाप्रभावना-सुरक्षा द्वारा बीसवी-इक्कीसवी सदी के जैनशासन के इतिहास को जाज्वल्यमान करनेवाले.......
दीक्षामार्ग संरक्षक. ... दीक्षा दानवीर........... दीक्षायुग प्रवर्तक...... दीक्षामार्ग के अजोड आराधक......... परमोपकारी..........
सिद्धांत............. संरक्षक................ जैन शासनशिरताज........... व्याख्यान वाचस्पति....... तपागच्छाधिराज.............
पूज्यपाद आचार्य देवेश श्रीमद् विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजा के शास्त्रसंपूत करकमल में यह संग्रहग्रंथ को समर्पित करके धन्यता का अनुभव करता हुँ।
- चरणरज संयमकीर्तिविजय
।
Jain Education international
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
For Personal a Private Use only
www.jainelibrary.org
w
ianelbany a