Book Title: Savruttik Aagam Sootraani 1 Part 38 Nandisootra Mool evam Vrutti
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Vardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
View full book text
________________
मूलाका:
नन्दी चूलिका-सूत्रस्य विषयानुक्रम
दीप-अनुक्रमा:
मुलाक:
पृष्ठांक: ००८
००१-
। ००८ ।
| विषय: नन्दी-सूत्रं → वीरस्तुति → संघस्तुति » जिन व गणधरवंदना →स्थविरावली
मूलांक:
| विषयः →श्रोता, पर्षदा
ज्ञानस्य भेदा: → अवधिज्ञान वर्णनं
मन:पर्यवज्ञान-वर्णनं "केवलज्ञान-वर्णनं
| पृष्ठांक: | | मलाक:
विषय:
| पृष्ठांक: ११५
"मतिश्रुत ज्ञान वर्णनं । २८६ १३६
, अङ्गप्रविष्ठसूत्र वर्णनं । ४२४ १५९ २०५ ०१- अनुज्ञानन्दी-परिशिष्ठं १ ५०९ २२९ । ०१- योगनन्दी- परिशिष्ठं | ५१४
पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र[४४] चूलिकासूत्र[१] नन्दीसूत्र मूलं एवं मलयगिरिसूरिरचिता वृत्ति:
~10~

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 528