Book Title: Savruttik Aagam Sootraani 1 Part 38 Nandisootra Mool evam Vrutti
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Vardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana

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Page 9
________________ आगम (४४) [भाग-३८] “नन्दी”- चूलिकासूत्र-१ (मूलं+वृत्तिः) ................ मूलं -] ............. पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र[४४] चूलिकासूत्र[९] नन्दीसूत्र मूलं एवं मलयगिरिसूरिरचिता वृत्ति: GORNARIAANAANAANAANARNARIAANAANAANARNAANAANAANAANAS श्रीमन्मलयगिर्याचार्यप्रणीतवृत्तियुतं श्रीमदार्यमहागिर्यावलिकागतश्रीमद्देष्यगणिशिष्याचार्यनर्यश्रीमदेववाचकक्षमाश्रमणनिर्मित ॥ श्रीमन्नन्दीसूत्रम् ॥ * DANARTARNATARNMARWARIAN प्रकाशकः-शाह वेणीचंद सुरचंद, कार्यवाहकः श्रीमती आगमोदयसमिति NAANNARWARINARNIAAWAD T इदं पुस्तकं मुम्बय्यां शाह० वेणीचंद सुरचंद इत्यनेन, निर्णयसागरमुद्रणालये कोलभाटवीभ्यां २३ तमे गृहे रामचंद्र येसु शेडगेद्वारा मुद्रयित्वा प्रकाशितम् । प्रति ७५.] वीरसंवत् २४५०, विक्रमसंवत् १९८०, सन १९२४. [पये ०२-४-० DUNYAVUNMAVUMNMNMNMNMNMNMNMNMN FOTO नन्दी-सूत्रस्य मूल “टाइटल पेज"

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