Book Title: Sarva Darshan Sangraha
Author(s): Umashankar Sharma
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
View full book text
________________
७८२
ग्रन्थ
प्रत्यक्तत्त्वदीपिका प्रत्यभिज्ञाकारिका ( प्रत्यभिज्ञासूत्र, शिवदृष्टिसंक्षेप )
प्रत्यभिज्ञा विमर्शिनी ( लघुवृत्ति प्रत्यभिज्ञावृत्ति की टीका ) प्रत्यभिज्ञाविवृति ( प्रत्यभिज्ञासूत्र
*
प्रबन्धचिन्तामणि
प्रभा ( शास्त्रदीपिका की व्याख्या ) प्रभा ( कौस्तुभ की व्याख्या )
सर्वदर्शनसंग्रहे
रचयिता
चित्सुख
उत्पलाचार्य
उत्पलाचार्य
की टीका ) प्रत्यभिज्ञाविवृति विमशिनी ( बृहती की वृत्ति ) प्रत्यभिज्ञा की वृत्ति ( प्रत्यभिज्ञान सूत्र की टीका )
अभिनवगुप्त
उत्पलाचार्य
प्रदीप ( महाभाष्य की टीका )
कैयट
दीपिका ( आचाराङ्गसूत्र की टीका ) जिनहंस
प्रपचमिथ्यात्वखण्डन
आनन्दतीर्थ
प्रपन्नामृत ( रामानुजाचार्य चरित )
अभिनवगुप्त
प्रमाणपद्धति
प्रमाणपद्धति-टीका
प्रमाणपरीक्षा
प्रमाणलक्षण
प्रमाणवार्तिक ( प्रमाणसमुच्चय
की टीका ) प्रमाणशास्त्रप्रवेश प्रमाणसमुच्चय ( सटीक )
अनन्त
मेरुतुङ्ग
बालंभट्ट
राघवाचार्य
प्रभा ( न्याय सिद्धान्तदीप की टीका ) शेषानन्त प्रभा ( तर्कसंग्रह की टीका )
हनुमान्
प्रभावती ( भाट्ट-दीपिका की टीका ) शंभुभट्ट
प्रमाणचिन्तामणि
हेमचन्द्र
प्रमाणनयतत्त्वालोकालंकार
देवसूरि
जयतीर्थं
धर्मकीर्ति दिङ्नागाचार्य
विषय
अतवेदान्त
"
प्रत्यभिज्ञा
"7
37
प्रत्यभिज्ञा
77
व्याकरण
जेन-दर्शन
द्वैतवेदान्त
विशिष्टाद्वैतवेदान्त
जैन- दर्शन
मीमांसा
व्याकरण
न्याय-दर्शन
वैशेषिक
मीमांसा
जैन-दर्शन
( १९९३ - १२६८ ) द्वैतवेदान्त
सत्यनाथ यति
विद्यानन्द
आनन्दतीर्थ
""
27
जेन-दर्शन
द्वैतवेदान्त
बौद्ध दर्शन
""
"
समय
१२२५
९१०
१०००
९१०
१-०००
९१०
११००
१५५०
११७०
११५०
१३००
१७५०
१८२०
१६९०
११२५..
११४०
१२२५
१८००
८००
११७०
६३५
४५०
४५०

Page Navigation
1 ... 817 818 819 820 821 822 823 824 825 826 827 828 829 830 831 832 833 834 835 836 837 838 839 840 841 842 843 844 845 846 847 848 849 850 851 852 853 854 855 856 857 858 859 860 861 862 863 864 865 866 867 868 869 870 871 872 873 874 875 876 877 878 879 880 881 882 883 884 885 886 887 888 889 890 891 892 893 894 895 896 897 898 899 900