Book Title: Sarva Darshan Sangraha
Author(s): Umashankar Sharma
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

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Page 862
________________ परिशिष्ट-३ सर्वदर्शनसंग्रह में उल्लिखित ग्रन्थ और ग्रन्थकार अक्षचरण ४९, ५७५, ६५९ [ काठकोपनिषद् १६१, १७२, २०३, . अक्षपाद ३०५ कणाद ३८० अघोरशिवाचार्य २९० [अथर्वसंहिता ४९० ] कात्यायन ५०२ अनन्तवीर्य १४८ कालिदास ४६४ अभिनवगुप्ताचार्य ३२१ काव्यप्रकाश ६०७ अभियुक्त १४३, ६१७ [ काव्यप्रकाश ६१३ ] अहंत ९०, १०३, १२१ काशिकावृत्ति ४९६ केयट ५०९, ६०८ आग्नेयपुराण २२६ कोर्म २४८ आचार्य १५१, २७२, ३२८, ४७३, ५५८, खण्डनकार ७५२ ६५४, ६७१, ७०९ [खण्डनखण्डखाद्य ७५२ ] आदर्शकार २६५ गणकारिका २५६, २५७ आनन्दतीर्थ २११, २५१ गर्भश्रीकान्तमित्र ३३२ आपस्तम्ब ७५६ गरुडपुराण २४६ आप्तनिश्चयालंकार १०३ ..... गुरु ४५७, ५६९, ६५२, ६९५ [ ईशावास्योपनिषद् १९७] गोविन्दभगवत्पादाचार्य ३२४, ३२८ ईश्वरकृष्ण ५३३ गौतम ५१० [ ईश्वरप्रत्यभिज्ञाविमर्श ३२१] चार्वाक ३, २२, ४२५ उत्पलाचार्य ३०६ चित्सुखाचार्य ६७९, ७२७] उदयनाचार्य ३८९, ४३४, ४७४, ४८२ । [चित्सुखी १६२, ६७९, ७२७. छान्दोग्य ६३३ ... उदयाकरसनु ३०९ [छान्दोग्योपनिषद् १६१, १७१, १७२ उमास्वातिवाचकाचार्य १३९ १४३, १९२, २०१, २११, २३४, [ऋक्संहिता २५२, ४६६, ४९०, ५०२ ] २४०, २४१, ६३३, ६४९, ६५८, कणभक्ष ४९, ३३८, ५७५, ६५९ ६७१, ७३० ] कपिल ५५३ जिनदत्तसूरि १५३ कल्पतस्कार ७४२ जेन २८५, ४२४

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