Book Title: Sarva Darshan Sangraha
Author(s): Umashankar Sharma
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan
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सर्वरर्शनसंग्रहे
२२६
०
२७७ | तत्त्व-ज्ञान
३००
७२९
चित
१६३ १०९
१५४
४०३
ज्ञानावरण १३९ । तैत्तिरीय उपनिषद २२६ चक्रक दोष | डेविड ह्यूम २५ तेजस
१३५ चक्रधारण
तोतातित
५११ चतुरिन्द्रिय १३०
वस
१३० तटस्थलःण चतुस्सूत्री ७५९
.७५९ तत्त्वचिनामणि
त्रिक-दर्शन
३८८ चन्द्रकीति
श्रीन्द्रिय
१३० चर्यापाद
प्रेयम्बक-दर्शन चार्वाक ३, ४, १९०.
तत्त्वदीधिति ३८९ चार्वाक-मत सार २० तत्त्वमसि का अर्थ १७३, चिकित्साशास्त्र
१७४, २३३, २३४ दशपदार्थी ३३८
१८६ तस्वमीमांसा १८६ दर्शनावरण चित्सुखाचार्य | तत्त्वमुक्तावली १७८
| दिक् का लक्षण चोदना
| तत्त्व-वैशारदी ५९२ दिगम्बर तत्त्वसमास ५३५
दिङ्नाग ५९, ३८७ तत्त्वार्थाधिगमसूत्र ११८
दुःख ३१, ६४, ७६,
३९६, ४१९, ४२०
२३, २६ १८७ तद्गुणसंविज्ञान २०७
दुःखान्त जल
४०३ तनुक्लेश
दुःखान्त का निरूपण २६० जन्म
८४
दृश्यजगत तन्त्रवार्तिक ४५८ जयन्तभट्ट ९८, ३८८
दृष्टान्त तन्मात्र जयरथ
३०२ तप ५५५, ६०२
देहात्मवाद जरामरण ८०
दोष ३९६, ४१७, ४२० जाति
तमोगुण ८०, ४०८ | ४७९, ५२०
| द्रव्य
३४३ जातिखण्डन ४७३ तर्कवागीश ३८८ | द्रव्य को पदार्थ मानने
| तर्कविद्या जीव १५८, १८९, ६६६
वाले
५१८ जीवन्मुक्ति ३२२, ३२३, तर्कसंग्रह
द्रव्यत्व
३४७ तात्पर्यटीका
द्वित्व की उत्पत्ति ३६१ जैनमत १५३, ६६६
द्वित्व संख्या ३६३ जन तत्व-मीमांसा १२४
तात्पर्याचार्य
३८८
द्वीन्द्रिय जैमिनि
४५८ तादात्म्य २३, २७ | देष
५९५ शप्ति
४८५ | तापदुःख ५९५ | देत का प्रतिपादन २२८ ज्ञानशक्ति ३१०/ तृष्णा
८० देतवाद के तत्व २१२
तदुत्पत्ति
जड़
W१०
३९७
५३२
तर्क
४००
३८६
३३८
३८५
३३१
तात्पर्यवृत्ति
४०७

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