Book Title: Sarva Darshan Sangraha
Author(s): Umashankar Sharma
Publisher: Chaukhamba Vidyabhavan

View full book text
Previous | Next

Page 847
________________ ८१० सर्वदर्शनसंग्रहे A ndroid १७६ नारायणभिक्षु-१६०० । यो०-योगसूत्र की वृत्ति ( गूढार्थदीपिका )। १७७ नारायणमुनि-१४१५ । वि० वे०-१. वेदान्तरक्षा, २. तत्त्वसंग्रह । १७८ नारायणसरस्वती-१६०० । अ० वे०-शारीरभाष्य की टीका ( भाष्यवार्तिक )। १७९ नारायणाश्रम-१५६० । अ० वे०-१. भेदधिक्कार की टोका ( सक्रिया ), २. अद्वेतदीपिकाविवरण। १८० निगमज्ञानदेशिक-? । शैव-शिवज्ञानबोध सूत्र की वृत्ति । १८१ नित्यनाथ-१३०० । रसेश्वर-रसरत्नाकर । १८२ नित्यानन्द-? । अ० वे०-छान्दोग्य और वृहदारण्यक की वृत्तियाँ ( मिताक्षरा )। १८३ नीलकण्ठ-१६५० । शेव-ब्रह्मसूत्रभाष्य की टीका का तात्पर्य ( क्रियासार)। १८४ नीलकण्ठ- १८३० । वै०-तर्कदीपिका-प्रकाश । १८५ नीलकण्ठ-१६४० । व्याकरण-१. प्रदीप की टीका ( केयटप्रकाश ), २. सिद्धान्त कौमुदी की व्याख्या ( वैयाकरणसिद्धान्त रहस्य ), ३. पाणिनीयदीपिका । १८६ नीलकण्ठदैवज्ञ-१७५० । मी-सूत्रवृत्ति ( सुबोधिनी)। १८७ नसिंहदीक्षित--१६०० । अ० वे० -भेदधिक्कार की टीका। १८८ नसिंहमुनि-१५०० । अ० वे०-विवरणभावप्रकाशिका । १८९ नसिंहसरस्वती-१८७० । अ० वे०-वेदान्तसार की टीका । १९० न सिंहाश्रम --१५५० । अ० वे०-१. संक्षेपशारीरक की टीका ( तत्वबोधिनी ), २. भेदधिक्कार, ३. पद्वैतदीपिका । १९१ नेमिचन्द्र-१००० । जेन-१. द्रव्यसंग्रह, २. गोम्मटसार, ३. क्षपणकसार । १९२ नैनाराचार्य-१४१५ । वि० वे२-१. तत्त्वमुक्ताकलाप की टोका ( कान्ति), २. तत्वत्रयचुलुक, ३. रहस्यत्रयचुलुक । १९३ पक्षधरमिश्र-(पक्षेश्वर )-? । न्या०-तत्वचिन्तामणि को टोका। १९४ पतञ्जलि-१५० ई० पूर्व । व्या-महाभाष्य । यो०-योगसूत्र।' १९५ पद्मनन्वि--२४ । दे० कुन्दकुन्द । १९६ पद्मनाभ-? । न्याय-वर्धमान के न्यायनिबन्धप्रकाश की टीका । [न्यायसूत्र भाष्य ( वात्स्यायन )-वातिक ( उद्योतकर ) तात्पर्यटीका ( वाचस्पति )-परिशुद्धि ( उदयन )-न्यायनिबन्धप्रकाश ( वर्धमान )-वर्धमानेन्दु ( पद्मनाभ ) ।] वै०-किरणावली की टोका ( भास्कर ) । द्वैत-पदार्थसंग्रह। १. ( १९४ ) योगसूत्र के टीकाकार-व्यास (१००), वृद्धभोज ( ६०० ), भोज( १०२१ ), विज्ञानभिक्षु ( १५५० ), भावागणेश ( १५७५ ), रामानन्द सरस्वती ( १६०० ), नारायणभिक्षु ( १६०० ), भवदेव (१६३०), उदयंकर ( १७२५ ), नागेश ( १७२५ ), अनन्तभट्ट, अरुणाचल, ज्ञानानन्द, सदाशिवभट्ट, महादेवभट्ट, वृन्दावन ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 845 846 847 848 849 850 851 852 853 854 855 856 857 858 859 860 861 862 863 864 865 866 867 868 869 870 871 872 873 874 875 876 877 878 879 880 881 882 883 884 885 886 887 888 889 890 891 892 893 894 895 896 897 898 899 900