Book Title: Sarasvatina Bhinna Bhinna Swarupo
Author(s): 
Publisher: Unknown

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Page 96
________________ २ मायामायाधिशत्तिस्त्रिापुरपरपरा सुन्दरी रवीवा --- दुर्गाप्रसंगीरामा शुविसुरसमयी योगिनी वनरूपेर त्मायेरुपैरचन्तिजगडपममता शारदा सासुरव व धि प्रहीशान क्रिमेच्छा हिमकरजननी योगसत्म प्रसादान तो ज्ञानालिशाकलारख्या रथचरएविमुः शाम्भवीश्रीमली। मातही वत्सनाथा जयविजमनपुः सपना देवी देवी-+-- _टमार्य रूपरन्ति खलुजगहनता देवतासा गिरांतारे मस्पाश्चियंचरित्रंदशशतमुखमृत भोगीनायोऽपिनाले । वत्सम्यक सरायोनिमुतामिवचतु: पञ्चषऽवन्त्रमाजां। अ स्वेचनाचा लगतिमनमा चिन्म दीप्रिन्या. स्वच्यैरनिरात्सा चिरमुपचिनुतात्साचिनाचांनिमुन शि

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