Book Title: Sarasvatina Bhinna Bhinna Swarupo
Author(s): 
Publisher: Unknown

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Page 110
________________ al ACADERSHETRIKArea SASTER तुलनामा परिवार का जिगएमपिगुणं लीलासंदलगाव व समय निधि र रारिभूत वीजभावं प्रपद्या सानिमीत बिलोली त्रिपुरपरपरां भैरवी मेतिसंश सपदि भगवति भारती भारती | शायरी Taru. हर काम कामेही वारी या मतिमदगिरीदर्पपुष्पायगुदावा वशीजाल पीठ परिळ नटात दुता स्वीयतथ्यादिनः । पूर्णद्र कंदरामा वसति मगपरा मालिनी मोम-येला । रचं मा राल्देनी क्षिपय गरनं सर्वदा शर्मदा नः ।। ६२|| ---FFrWWWMM....Lear Thamika स्तिमिलिगडद हमर पर्दयी नाभि-य तुम्बो बचप्लोजोम्बन्ही के त्रिवलिरायः औपीवाहसुपौ । ------ तोत्याजीव चत्य पदमिशयको मौलिरन्त: ७ सृजनि)चिमुशालिन्च जीवोनिनद इतिवपुयेन्द्रमध्याच्च नाग वः ।। ६३

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