Book Title: Saptatikaprakaran
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 469
________________ १ सप्ततिका प्रकरण की गाथाओं का अकारादि अनुक्रम १५६ २३२ १ २६२ श्रवणत्तीसेछारम अगमत्तगछच्चर अह य बारलअहविहसत्तछअहसु एगविगप्पो असु पचसु एगे अन्नयरवेयणीयं मह सुइयसयल १५६ | एग वियालेक्कारस६५ / एग सुहममरागो ऐगेगमह एगेग१५, एगेगमेगतीमे एसो उ वधसामित्त १६० कह बंधतो यह MM ३७६ ३८. गुणठाणगेसु असु १३१ ३३० १३५ इग विगलिंदिय पगले इगुसटिमप्पमत्तो इत्तो चम्बधाई इय कम्मपगइ चर पणवीसा सोलस चत्तारमाइ नव ३१९ २६२ ३२२ छण्णव छक्क तिग उव्यावीसे चठ छायालसेसमीसो उढयस्सुटीरणाए स्वरयवधे चव 'त्यसते चर पण ३२८ २३६ ૩૮૪ ६४ एकगठक्ककारसएक छठेकारका एक व दो व चउरो जोगोवओगलेसा जो जत्य अपदिपुलो २३५ ६२ | तच्चाणुपुचिसहिया

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