Book Title: Sanskrit Praveshika
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Tara Book Agency

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Page 2
________________ संस्कृत-प्रवेशिका (व्याकरण, अनुवाद और निबन्ध) (हाईस्कूल से एम.ए. तक के छात्रों के लिए उपयोगी प्राचीन और नवीन पद्धतियों का समन्वय विभिन्न विश्वविद्यालयों में पाठ्यग्रन्थ के रूप में स्वीकृत) डॉ. सुदर्शन लाल जैन एम.ए., पी-एच.डी., आचार्य प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, कला संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी तारा बुक एजेन्सी वाराणसी mpyari

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