Book Title: Samyag Darshan
Author(s): Kanjiswami
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

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Page 277
________________ श्री दि० जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित ग्रंथों की सूची 00000000 १७७००00000000 समयसार श्रीमद् कुन्दकुन्दाचार्य देव विरचित &000000000000 पृष्ठ ६३४ छप रहा है यह महान आध्यात्मिक ग्रन्थाधिराज है, जिसमें ज्ञानी अज्ञानी जीवों का स्वरूप, भेद विज्ञान, नव तत्व, कर्ता-कर्म, सर्व विशुद्ध ज्ञान, अनेकांत, ४७ शक्ति, मोक्षमार्ग का स्वरूप, साध्य साधक आदि का सुस्पष्ट वर्णन है । उस पर श्री अमृतचन्द्राचार्य कृत सर्वोत्तम टीका है। अत्यन्त अप्रतिबद्ध जीवों को भी जिसमें समझाया गया है। हिन्दी अनुवाद दूसरी पावृत्ति, प्रेस में छप रहा है। 40000000000००१ प्रवचनसार श्रीमद् कुन्दकुन्दाचार्य देव विरचित &0000000000003 पृष्ठ ३७७ छप रहा है यह शास्त्र भी महान ज्ञान निधि है, जिसमें सम्यग्ज्ञान-दर्शन-चारित्र अधिकार द्वारा वस्तु तत्त्व का विज्ञान विस्तार सहित बतलाया है, यह भी जिनागम में सुप्रसिद्ध शास्त्र है। श्री अमृतचन्द्राचार्य कृत टीका सहित हिन्दी अनुवाद, दूसरी आवृत्ति, प्रेस में छप रहा है।

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