Book Title: Samurchhim Manushuya Agamik Aur Paramparik Satya
Author(s): Yashovijaysuri, Jaysundarsuri
Publisher: Divyadarshan Trust

View full book text
Previous | Next

Page 130
________________ संमूर्च्छिम मनुष्य : आगमिक और पारंपरिक सत्य २०. ठाणांग सूत्र वृत्ति ( श्रीघासीलालजी विरचित) २१. तत्त्वार्थ राजवार्त्तिक २२. तत्त्वार्थसूत्र वृत्ति (श्रीहरिभद्रसूरिजी विरचित) २३. तत्त्वार्थ श्लोकवार्त्तिक २४. तत्त्वार्थ श्रुतसागरी वृत्ति .. २५. तत्त्वार्थसूत्र स्वोपज्ञभाष्य २६. त्रिलोक प्रज्ञप्ति २७. दर्शनरत्न रत्नाकर..... २८. दशवैकालिकसूत्र २९. दशवैकालिक सूत्रभाष्य.. .८३ ३०. दशवैकालिक सूत्रवृत्ति ( श्रीहरिभद्रसूरिजी विरचित) .....८३ ३१. निशीथपंजिका ५८,५९ ३० १९,४२ १९ १९ १९ १९ २० १०५ ३७. निशीथसूत्रचूर्णि ३८. निशीथहुंडी ३९. पन्नवणा सूत्र / प्रज्ञापना सूत्र ३२. निशीथभाष्य . ४६, ६०, ६५, ७१,७२, ७८,८१,८२,८४,९१,१०१ ३३. निशीथसूत्र - अनुवाद (श्री कनैयालालजी कृत ) ... ५३,९० ३४. निशीथसूत्र - अनुवाद (लाडनूं से प्रकाशित ) ३५. निशीथसूत्र - अनुवाद (श्रीलीलमबाई कृत) ३६. निशीथसूत्र .५६ .५५ ९,१०,४४,४६,४७, ४८, ५०, ५१,५२,५३,५५, ५९, ६०, ६२, ६३, ७२,९० ४६,४८,६०,७४,७८,८३,८५,८९,९०,९१ ११६ ७० . ५७ ६,१०,१४,१७,१८,२२, २७,२८,३२,३३, ३६, ४०, ४१, ७५, ७९, ९२, ९५, १००

Loading...

Page Navigation
1 ... 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148