Book Title: Samayik Sutra
Author(s): Gyanendra Bafna
Publisher: Samyag Gyan Pracharak Mandal

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Page 73
________________ . सामायिक जीवन पर्यन्त व. तीन करण तीन योग; इन नौ ही कोटि से - होती है, अतः इसे अणगार-सामायिक कहा गया है। . . सामायिक की प्राप्ति वस्तुतः अत्यंत दुर्लभ है। सामायिक मुक्ति का एक मात्र मार्ग है । यह सच्ची शांति प्रदाता व कर्म बंधनों को काटने वाली - साधना है । क्या मजाल है कि सामायिक करने के उपरांत भी मन सांसा रिक कलुषों से सर्वथा निरत हो सतत् शांति प्राप्त न करे, यदि हम इसमें - शुद्धि का पूर्ण ध्यान रखें : सामायिक में शुद्धि का बहुत महत्व है। सामायिक " के लिये द्रव्य, क्षेत्र, काल व भाव चारों ही शुद्ध होना आवश्यक है। अगर - एकांत, शांत, परिमार्जित स्थान पर सम्यक् रीत्या समय पर शुद्ध परिधान से युक्त हो, दत्तचित्त हो, सामायिक साधना करेंगे तो अवश्यमेव अमरत्व - की प्राप्ति होगी। 00

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