Book Title: Samatvayoga Ek Samanvay Drushti
Author(s): Pritam Singhvi
Publisher: Navdarshan Society of Self Development Ahmedabad

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Page 333
________________ * , संदर्भ ग्रंथ सूचि अध्यात्म कल्पद्रुम -विवेचक स्व. मोतीचन्द गिरधरलाल कापड़िया अभिज्ञान राजेन्द्रकोश - श्री विजय राजेन्द्र सरिजी अनेकान्त है तीसरा नेत्र युवाचार्य महाप्रज्ञ अनेकान्त व्यवस्था ___-यशोविजयजी अनेकान्तजय पताका --एच. आर. कापडिया अनेकान्त -- एक परिशीलन __ -विजयमुनि अध्यात्म. विचारणा _पं. सुखलालजी अनेकान्त और स्याद्वाद -श्री उदयचन्दजी अनेकान्त, स्याद्वाद और सप्तभंगी -एक चिन्तन -श्री सागरमलजी जैन अनेकान्तवाद - एक समीक्षात्मक अध्ययन --श्री राजेन्द्रलाल डोसी अनेकान्त की जीवन दृष्टि - सोभागमल जैन अध्यात्म प्रवचन --उपाध्याय अमरमुनि अमरभारतीय श्रमण संस्कृति विशेषांक (लेख अनेकान्त की प्राचीनता) आचारांग सूत्र -- आगमोदय समिति, सूरत आगमयुग का जैन दर्शन -पं. दलसुख मालवणिया * ** Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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