Book Title: Sadbodh Sangraha Part 01
Author(s): Karpurvijay
Publisher: Porwal and Company

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Page 2
________________ (२) - पुस्तक मंगवाने वालोको सूचना. ८ बिकानेर निवासी श्रीयुत शेठ बहादरमल अभयराज कोचरके तरफसे ज्ञानखाते, लगानेके लिये आयेले एकसो रुपीये पालीताणासे सद्गुणानुरागी मुनिराज श्री कर्पूरविजयजी महाराज साहेबने हमको यहा भेजवाये इस लिये यह पुस्तक मे की ५०० प्रतिको उपरके टायटल पेज पर बिकानेरवाले शेठ बहादरमल अभयराजका नाम प्रकाशक तरीके छपवाया है और वो पुस्तको माहाराजश्रीके सूचनानु सार टायटल पेजके पीछले पेज पर छपे हुए चार जगो पर भेट देने के लिये रखी है. सो खपी जनोने वहासे मंगवा लेना. इस पुस्तककी एक हजार प्रति बाइडिंग नही करवाते छुट फरमे पैसेही रखे है. सो इसी तरह और कोई सज्जनोकुं यह पुस्तक भेट देनेकी इच्छा होवे तो उनोने एकसो रुपीये हमकु भेजनसे उन्होक लीखने मुजब नाम गांव इस पुस्तककी पांचसो प्रतिके उपरके टायटल पेजपर छपवाकर इसी नमुनका बाइडिग करवाके उन्होकी इच्छानुसार भेजी जावेगी. इससे दुसरे नमुनका या जिर५ वाइडींग करवानेकी इच्छा होवे तो उसका खर्च जादा लगेगा उस बावत प्रकाशक-या संग्राहक कुं पुछपाछ कर लेना. - ___ यह पुस्तक साधु साध्वी और लायब्रेरी पुस्तकालय आदि संस्थाओको प्रकाशक तरफसेभी भेट देनेकी है सो उसके खपी जनोने एक प्रतिके वास्ते पोष्ट पेकिंग खर्चके लिये दो आनेकी पोष्ट टीकीट भेजकर प्रकाशक के पास से मंगवा लेना.. पुस्तक मंगवानेवालोने किंमत और पोष्ट खर्चकी रकम पोष्ट टीकीट या मनीआर्डरसे प्रथम ही भेजना. व्ही. पी. से मंगवानेमें एक पुस्तककुं पोष्ट खर्चके शिवाय और पांच आने खर्च जादा आता

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