Book Title: Rajul Author(s): Mishrilal Jain Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 32
________________ जैन चित्रकथा एक श्रावक आकाश से उतरते हुए विमान की ओर जन समुदाय का ध्यान केन्द्रित करता है| देखो । देवलोक से देवी देवता भी निर्वाण महोत्सव मनाने आ रहे है। NIW OIN Oxwww देवलोक से इन्द्र और इन्द्रानी शचि का विमान भी निर्वाण स्थल पर पहुंच उतरता है।Page Navigation
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