Book Title: Pratishtha Lekh Sangraha Part 02
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Vinaysagar

View full book text
Previous | Next

Page 188
________________ प्रतिष्ठा - लेख - संग्रहः द्वितीयो विभागः क्षान्तिरन गणि क्षेमसिंह सूरि खेमसागर गजानन्द मुनि गजेन्द्रसागर पं० गीर्वाणविजय गुणदेवसूरि गुणप्रभसूरि गुणरत्न गणि गुणसमुद्रसूरि गुणसागरसूरि गुणसुन्दर गुणसुन्दरसूरि गुमानसागर गणि गुलाबविजय पं० चतुरसागर गणि चन्द्रप्रभसूरि चारित्र उदय चारित्रविजय चारित्रसागर चारित्रसागर गणि चैनसागर गणि चैनसुख मुनि चौथजी गणि जयकेशरिसूरि जयचंद जयचन्द्रसूरि माणिक्यसू Jain Education International ४५३, ४५४ २४० ३२५ ४५३ २९२, ५४९ ७०५ ११९, १३६ १३९ २३५ १३६ १७२, २५८, २९६ ७१२ ६३, १३० ५६१, ५६३, ५६४ ६२९ ३३३ ११९ ४४३, ४८६, ४९८, ५००, ५२२, ५५४, ५६७, ५६८, ५७३, ५८१, ५८२, ५८३ ७२४ २९२, ३२५ ४५६ ४१० ५२३, ५२६, ५५५, ५५७ ५२६ ८१, ८६, ९८, १२२ ६२१ ७०, ७२, ७३, १२९ २०३ १६३ For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218