Book Title: Pratikramana sutra Abhinava Vivechan Part 4
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Arhant Shrut Prakashan

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Page 261
________________ ૨૬૦ પ્રતિક્રમણ સૂત્ર વિવેચન-૪ | सूत्र | म | म पृष्ठ ૧૩૨ प्रात श६ | संस्कृत ३५iतर निव्वाणमग्ग निर्वाणमार्ग निव्वितिगिच्छा निर्विचिकित्सा निव्विसं निर्विषं નિશદિશા ૨૬૪ PPww ૨૩૬ ૧૫૨ < निशान्त < ०६७ < ०७१ < ०७१ ૧૩૫ निश्चित निश्चितवचस् निषण्ण नैषेधिकी नैषेधिकी नैषेधिक्या नैषेधिक्या w निसन्न निसीहि निसीहि निसीहिआ निसीहिआ निसीहिआ निस्संकि निहिअ . नैपेधिक्या निःशंकित निहित owww ૦૨૨ ૧૯૫ ૧૪૧ ૧૯૮ ૦૨૧ ૨૬૧ ૨૯૩ ૧૪૨ ૧૪૮ ૧૮૫ ०७८ ૨૯૯ ૧૨૬ नीर नीरपुर निःश्वसित नीससिअ <P नेमिजिण नेमिजिण नुता नेमिजिन नेमिजिन नौमि wPwMP www.PPP Pom Rap < < १७४ ૧૪૦ ૦૩૫ ૨૧૪ पइद्विअ पइदिवस पइव पउमप्पह पउमावई पउमावइ पओग पओग पंच पंच प्रतिष्ठित प्रतिदिवस प्रदीप पद्मप्रभ पद्मावती पद्मावती प्रयोग प्रयोग पञ्च १३० PPww<<P | १33 | ૧૪૧ ૨૨૧ ૧૦૫ ૧૨૭ ૨૪૧ पंचण्हं पञ्चानाम् | २७

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