Book Title: Pratikramana sutra Abhinava Vivechan Part 4
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Arhant Shrut Prakashan
View full book text
________________
શબ્દસૂચિ
૨૭૧
भगवन्
सूत्र | भ | HL | पृष्ठ
०८३ ૨૭૫ ૨૧૩ ૨૫૧ ૧૩૨
भत्त
૨૭૯
૧૩૨
८१
प्राकृत श६ | संस्कृत ३५iतर | भगवन्
भगवन् भगवन्
भगवान भणि
भणित
भक्त भत्त
भक्त भत्तपाणवुच्छेअ भक्तपानव्यवच्छेद भत्तिब्भर
भक्तिभर भत्ती
भक्ति भत्ती
भक्ति
भद्र भद्दा
भद्रा भद्र
भद्रप्रददा भमंत
भ्राम्यन्त भमलीअ
भ्रमरी भय
भय
भय भयवं भयवं
भगवन् भर
< < < < < < Nowww now
૧૨૮ ૦૨૯ ૧૨૦ ૧૨૯ ૦૮૧ ૦૮૧ ૨૧૬
૧૮૬
<
भगवन्
भार भर
w <w <
03७ ०८६ ૦૯૨ १८3 २४3 ०३१ ૦૬૨ १६3 ૨૫૩ ૧૦૯ 3०० ૧૫૫
भरह
भरह भरह भरहेसर भरुअच्छ
<w
भरत भरत भरत भरतेश्वर भृगुकच्छ
भव भव भवन भवनदेवता भवनदेवतायै
भवति भवतु
૨૫૪
036
भव भवण भवणदेवया भवणदेवयाए
< < w
036 036 ०८० ०७

Page Navigation
1 ... 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306