Book Title: Pratikramana sutra Abhinava Vivechan Part 4
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Arhant Shrut Prakashan
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૨૫૯
सूत्र | भ | भाग| पृष्ठ
34
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શબ્દસૂચિ
usd श६ | संस्कृत ३५iतर | निकंखिअ निष्काङिक्षत निक्खिवण
निक्षेपण निग्गमण
निर्गमन निग्घायणट्ट निर्घातनार्थ निच्च
नित्य निच्च
नित्य
निजित निट्टिअ
निष्ठित निदंत निद्धंधस
निर्दय निन्नास
निर्णाश निबंधण
निबन्धन निब्भर
निर्भर निम्मलयर
निर्मलतर निय
निज नियम
नियम नियमसंजुत्त
नियमसंयुक्त नियाण
निदान नियाणबंधण निदानबन्धन
निन्दन्
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२६३ ૨૦૬ ૧૧૫ ૧૭૫ ૨૯૮ ૧૩૪ ૦૭૫ ૨૦૧ ૨૩૮ ૨૩૦ ०७3 ૨૧૦ ૦૮૧ ૨ ૩૫ ૨૯૩ ૨૫૪
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नियम
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निरत निरुन्धन निरुपसर्ग निर्मुक्त નિર્વત निर्वाण निर्वाणजननी निर्वृति
निरुंभण निरुवसग्ग
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निल्लंछणकम्म
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निर्वृतिजननी निलाञ्छनकर्म निवास निर्वाण
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निव्वाण
૧૩૨

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