Book Title: Prastar Ratnavali
Author(s): Ratnachandra Swami
Publisher: Agarchand Bhairodan Sethiya Jain Granthalay

View full book text
Previous | Next

Page 268
________________ २५० आमां सात करतां कोई मोटो अंक आगल नथी माटे तेनी नीचे शून्य. चार करतां वे अंक मोटा छे माटे १२० ने डब्बल करवा । एकथी चार अंक आगल मोटा छे माटे तेनी उपरना २४ ने चार गुणा करवा । तेनी आगलना बे करतां त्रण अंक मोटा छे, माटे तेनी उपरना ६ ने त्रण गुणा करवा । तेनी आगलना ३ करतांबे अंक मोटा छे माटे तेनी उपरना बेने डबल करवा । तेनी आगलना ५ करतां एक अंक मोटो छे माटे तेनी उपरना १ ने एकगुणा करवा । छ आगल कोई अंक नथी माटे तेनी नीचे शून्य. तेनो यंत्र आ प्रमाणे ० १ २ ६ २४ १२० ७२० m ० १ ४ १८ ९६ २४० ० नीचेनी पंक्तिनो सरवालो ३५९ थाय छे. तेमां एक उमेरतां ३६० थाय माटे पुछेल प्रस्तार सातपदनी अनुपूर्वीमां ३६० नंबरनो छे । एवी रीते जे कोई अनुपूर्वीना प्रस्तारनो नंबर पुछवामां आवे तो तेनो उद्दिष्ट विधि उपर प्रमाणे करी नंबर शोधी लेवो। प्रकरण ५ मुं-अनुपूर्वीना प्रस्तारना अंकोना सरवालानो विधि। जेटला पदनी अनुपूर्वी होय तेना पहेला प्रस्तारना अंकोनो । सरवालो करी ते प्रस्तारनी सर्व संख्यानो गुणाकार करवो ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282