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। प्रवर्तक श्रीकांतिविजयजैनइतिहासनाला पुष्य छ । प्राचीन जैन लेख संग्रह.
(द्वितीय-भाग)
संग्राहक अने संपादक
जिनविजय. ( आचार्य-गुजरात पुरातत्त्व मंदिर; ऑनररी मेंबर ऑफ धी भांडारकर ओरिएन्टल रीवर्स इन्स्टीट्युट, पूनाः 'जन साहित्य संशोधक तथा : महावीर का संपादक विज्ञप्तित्रिवेणी-कृपारसकोष-सजयार्थीद्धार प्रबन्ध--कुमारपाल प्रतिबोध-औदीश्वयंवर इत्यादि ग्रंथोना संशोधक ओ संपादक )
वक श्रीमत् कांतिविजयजीना बहाया न जरा निवासी
झवेरी लालभाई कल्याणभाईनी आर्थिक सहायथी.
प्रकाशक---
श्री जैन आत्मानन्द सभा-भावनगर.
वीर संवत् २४४८ । आत्म तवत् २६ ।
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विक्रम संवत् १९७८ । इन्वी सन् १९२१.
किंमत ३-८-०
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