Book Title: Pasnah Chariu
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 379
________________ दही - दही 6/2/10 दाढ - डाढ़ 1/19/5 दाण - दान 1/11/12 दाणंबु - हस्ति-मदजल 1/19/3 दाणव - दानव 7/5/15 दामोयर – दामोदर (भगवान् श्रीकृष्ण) 11/13/8 दायारु - दातार 11/18/2 दार - चीरना 4/14/8 दारिय - चीर कर 5/15/14 दारंत - चीरते हुए 3/12/5 दारहिं - विदीर्ण करते हैं 1/13/20 दारु - लकड़ी 6/9/3 दावइ - दिखलाना 2/16/8 दावइ - दबाना 4/14/4 दाविवि - दिखाकर, दिलाकर 11/11/12 दास - सेवक 10/6/7 दासत्तण - दासत्व 8/6/16 दासि - सेविका 10/6/7 दासेरु - खच्चर, गधा 4/1/11 दाहिण - दक्षिण-दिशा 11/3/2 दाहु - जलन 10/10/1 दिक्करडि - दिग्गज 5/9/4 दिक्ख - दीक्षा 10/8/6 दिट्ठिचार - दृष्टि-संचार 3/19/3 दिढ-पग्गह - सुदृढ़ प्रसाधन 4/12/22 दिढयर - दृढ़तर 3/9/7 दिणणाह - दिवसनाथ (सूर्य) 2/1/17 दिणदीव - सूर्य 9/10/8 दियवरु - द्विजवर 3/1/12 दिवायर - दिवाकर 10/7/8 दिसा - दिशा 10/6/10 दिसावाल - दिक्पाल 2/7/10 दिसाणारि - दिशा रूपी नारि 2/11/11 दिहि - धृति (देवी) 1/16/1. . दीवंति – देना, चढ़ाना 11/4/3 दीव - द्वीप 10/19/10 दीवउ - दीपक 7/12/17 दीवंति – देते हैं 11/4/3 दीवकुमार - दीपकुमार नामके देव 9/6/5 दीवावलि - दीपावली, दीपमालिका 3/20/6 दीह - दीर्घ 4/2/9 दीहत्व - दीर्घत्व 1/13/19 दीहर - दीर्घ 1/2/9 दीहरयर - दीर्घतर 4/4/7 दीहिया - दीर्घिका-बावड़ी 6/4/9 दुइज्ज - दूसरा 3/7/12 दुंदुहि - दुन्दुभि-वाद्य 8/7/10 दुगुणिय-सत्ता - सात के दुगुने अर्थात् चौदह 7/10/14, 7/10/19 दुग्गह - दुष्ट-ग्रह 4/15/12 दुज्जण – दुर्जन 1/4/3 दुज्जस - दुर्यश 7/6/19 दुज्जोहण - दुर्योधन 4/17/8 दुण्णय – दुर्नय 1/4/3 दुण्णिरिक्ख - दुर्निरीक्ष्य 4/13/8 दुत्तर – दुस्तर 7/13/16 दुद्धर - दुर्धर 4/10/3 दुप्पुत्त – दुष्पुत्र, कपूत 7/17/8 दुमणि - धुमणि, सूर्य 5/13/5 दुम्मुह – दुर्मुख 7/17/7 दुरय-जूह - दुन्ति हाथी-समूह 4/1/4 दुरसणु - द्विरसन (सर्प) 6/9/4 दुरिय - दुरात्मा 8/1/3 दुरीह - दुष्ट रूप 8/4/10 दुरेह - द्विरेफ (भ्रमर) 4/3/1 दुल्लह - दुर्लभ 5/8/3 दुवार – द्वार 12/6/10 दुव्वांकुर – दूर्वांकुर 6/2/10 दुह - दुख 3/4/12 दुहिय - पुत्री 3/5/9 दूअ - दूत 3/1/2 दूण - दुगुना 9/4/2 दम - द्रम 7/6/9 दूसमि - दोष देना 6/9/11 पासणाहचरिउ :: 297

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