Book Title: Pasnah Chariu
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 387
________________ मरुभूइ मरुभूति, नामक व्यक्ति (पार्श्व का पूर्ववर्त्ती जीव) 11/7/4 मरुवह मरुहय मल मलंतु मलयणाह णिसुंभ निर्मल 6/2/9 — मसलता हुआ, रौंदता हुआ 5/15/4 मलयनाथ नामका प्रतिपक्षी योद्धा 4/17/4 मल्ल योद्धा 2/4/8 मल्हइ बैठाना 2/4/11 मल्हण सहाउ मर्दन स्वभाव 1/15/6 मसाण मसि स्याही 3/13/14 महंती - आकाश 2/8/5 वायु में लहराना 8/8/16 - श्मशान 10/13/13 महान, बड़े 4/4/5 - - - महणायराएण महान् आदर से 7/6/21 महणवि महार्णव 11/15/8 महत्थु महार्थ 7/7/15 महना मथना 6/10/5 महमइयवट्टि महान् मार्ग 2/2/7 महमयंत महकते हुए, सुगन्धित 9/16/4 महमहीणु महामहिम सम्राट 10/1/3 महव्वय महाव्रत 3/2/8 महाजोयण - महायोजन 9/1/22 महाणइणाह महा नदियों के नाथ, समुद्र 3/3/11 महादह महाद्रह, महान गहरे सरोवर 9/16/2 महारइ महारति 7/11/8 महारउ महार्घ्य, महान तपस्वी 6/9/6 महारघ • महारन्ध्र, बड़े-बड़े गड्ढे 3/19/5 महारि णिसुंभण - महाशत्रुओं का नाश करने वाले 9/6/10 - महारा ( वर्ण व्यत्यय) हमारा 5/8 /5 महारी (वर्ण व्यत्यय) हमारी 3 /5/10 महासमण महाश्रमण (पाव) 8/10/18 महिदरमलंत पृथिवी को रौंदते हुए 2/13/2 महिय मही, मट्ठा 11/3/10 - महिवइ महिपति (राजा) 2/18/14 महिवीढि - महीपीठ, पृथिवीतल 7/15/17 महिस - भैंसा 11 /4/3 - महिहर - पर्वत 2/10/8 महीरुह वृक्ष 3/17/1 महीहर पर्वत 3/12/12 महु मेरा 3/7/9 महुज्ज मतो - - महुर मधुर 3/1/9 महेहु मा माइ समाना 7/18/8, 8/1/7 माउलिंग मातुलिंग, बिजौरा (नींबू) 7/2/8 मागह मागध, (देश) 2/18/10 माण-मडफ्फर — महान् (गज) 4/18/13 नहीं 5/1/3 - - माणथंभ मानस्तम्भ 9/14/9 माणिक्क माणिक्य 2/8/11 माणि वापिस मत लाओ 11/12/10 ЯTHT 4/21/23 - मामा मायंग माया माया मारु मारुअ मारुव मारुवीर मालव - मालव (देश) 2/18/9 माला माला, समूह 2/13/16 मालूर - देवदारु 7/2/6 माहिंद - माहेन्द्र स्वर्ग देव 9/7/14 मिच्छतरु मिथ्या रूपी वृक्ष 7/1/4 मियमित, संक्षिप्त 11/6/1 मियंक चन्द्रमा 6/1/10 मिल्लेविणु छोड़कर 3/2/12 मिहुण मिथुन जोडा, युगल 3/20/10 - - चाण्डाल 5/9/11 माया 5/12/11 माता 10/17/8 कामदेव 1/6/10 - महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के कारण मदोन्मत्त 3/6/5 - - - अभिमान रूपी पर्वत 3/15/11, 4/10/12 वायु 4/3/7 वायव्य दिशा का स्वामी 2/3/12 कामवीर, कामदेव 2/16/8 - - मुअंति दूर करना 4/1/12 मुएवि - छोड़कर 9/10/6 मुंडमाल मूडों (सिरों) की माला 4/4/15 पासणाहचरिउ : 305

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