Book Title: Pasnah Chariu
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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हिंडमाण - घूमते हुए, भटकते हुए 12/15/4 हिंताल – हिंताल-वृक्ष 7/2/6 हिंस - हिंसा 5/12/12 हिमयर - चन्द्रमा 3/20/2 हिमवंत - हिमवान् पर्वत 9/13/12 हिय - हित 11/6/1 हियय - हृदय 1/2/4 हिलिहिलंत - हिनहिनाना (ध्वन्यात्मक) 4/3/4 हीर - हीरा 11/17/12 हुअवह - हुतवह, अग्नि 4/1/13, 5/10/8
हुओ - हो गया 3/19/10 हुंकार – हुंकार करना 7/15/10 हुणत - होम करना 6/8/1 हुडक्क - एक वाद्य-विशेष 2/17/15 हुवउ - हो, होना 7/12/5 हूण – हूण-देश 2/18/11 हेम - सोना 11/19/11 हेमकुमार – हेमकुमार देव 9/6/9 हेलए - लीला-लीला से 3/17/1 होंति - होते हैं 11/1/12 होम – हवन 3/20/10
318 :: पासणाहचरिउ

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