Book Title: Pasnah Chariu
Author(s): Rajaram Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

View full book text
Previous | Next

Page 403
________________ सर्वार्थसिद्धि सागारधर्मामृत स्थानांग सूत्र स्वामिकार्त्तिकेयानुप्रेक्षा कार्त्तिकेय सम्पादक त्रिषष्ठिशलाकामहापुरुष-धरित हेमचन्द्राचार्य हिन्दी ग्रन्थ अपभ्रंश दर्पण अपभ्रंश साहित्य : तपोभूमि प्राचीन भारत का ऐतिहासिक भूगोल पदमावत पाइय सदमहण्णवो दिल्ली के तोमर रघू साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन पार्श्वनाथ का चातुर्याम धर्म प्राचीन भारत प्राचीन भारत प्राचीन भारत का भौगोलिक स्वरूप प्रेमी अभिनन्दन ग्रन्थ बाबरनामा बुद्धकालीन भारतीय भूगोल भट्टारक सम्प्रदाय भारत की जन जातियाँ भारतीय संस्कृति के विकास में जैनधर्म का योगदान पूज्यपाद सम्पादक पं. जिनदास पार्श्वनाथ फडकुले सन् 1939 पं. आशाधर सूरि डॉ. ए. एन. उपाध्ये डॉ. जगन्नाथ राय शर्मा डॉ. हरिवंश कोछड रामगोपाल मिश्र मलिक मुहम्मद जायसी सम्पादक डॉ. वासुदेवशरण अग्रवाल हरगोविन्ददास सेठ पं. हरिहर प्रसाद द्विवेदी डॉ. राजाराम जैन धर्मानन्द कोसंवी डॉ. राधा कुमुद मुखर्जी गंगा प्रसाद मेहता डॉ. अवध बिहारी लाल अवस्थी सम्पादक मुंशी देवीप्रसाद डॉ. भरत सिंह उपाध्याय विद्याधर जोहरापुरकर सत्यव्रत पं. बनारसी दास चतुर्वेदी सखाराम नेमचन्द्र ग्रन्थमाला, शोलापुर डॉ. हीरालाल जैन जैन साहित्य प्रसारक कार्यालय, बम्बई, सन् 1929 भावनगर संस्करण रायचन्द्र शास्त्रमाला, अगास, बम्बई, सन् 1960 जैनधर्म प्रसारक सभा, भाव नगर, सन् 1806-13 पटना, सन् 1955 भारतीय साहित्य मन्दिर फव्वारा, दिल्ली वि.सं. 2016 हिन्दी सा.स., प्रयाग, वि.सं. 2007 चिरगाँव, सन 1955 बनारस सन् 1963 विद्या मन्दिर प्रकाशन, ग्वालियर सन् 1973 वैशाली सन् 1974 बम्बई, सन् 1957 राजकमल प्रकाशन, दिल्ली 1963 बी.एच.यू. वाराणसी, सन् 1933 कैलाश प्रकाशन, लखनऊ, सन् 1964 टीकमगढ़, सन् 1946 जोधपुर, वि.सं. 1967 हिन्दी सा.स. प्रयाग, दि. संवत् 1947 जीवराज ग्रन्थमाला, शोलापुर, सन् 1958 विद्या विहार, देहरादून, सन् 1890 भोपाल, सन् 1983 पासणाहचरिउ : 321

Loading...

Page Navigation
1 ... 401 402 403 404 405 406