Book Title: Parmaras Abhilekh
Author(s): Amarchand Mittal, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 390
________________ इन्दौर अभिलेख (८२) इन्दौर संग्रहालय परमार नरेश श्री हर्ष का अभिलेख (अपूर्ण) प्रस्तुत अभिलेख का उल्लेख एनअल रिपोर्ट, एपिग्राफिया डिका, १९५०-५१, अपेंडिक्स बी, पृष्ठ २१, क्रमांक १२५ पर किया गया है। इसमें संभवतः तिथि का अभाव है। अभिलेख भग्नावस्था में है । इसमें किसी एक श्री हर्ष का उल्लेख है जो संभवत: इस नाम का कोई प्रारम्भिक नरेश रहा होगा। अन्य विवरण प्राप्त नहीं है। (८३) इन्दौर संग्रहालय प्रस्तर खण्ड अभिलेख (अपूर्ण) प्रस्तुत अभिलेख का उल्लेख एन्नुअल रिपोर्ट एपिग्राफिया इंडिका, १९५०-५१, अपेंडिक्स बी, पृष्ठ २१, क्रमांक १२६ पर किया गया है । इसमें संभवतः परमार नरेशों का स्तुतिपरक विवरण है। इसमें वैरिसिंह, सीयक, वाक्पति व सिंधुराज के नाम पढ़े जा सकते हैं । अन्य विवरण प्राप्त नहीं है। (८४) भावनगर संग्रहालय हरिराज का प्रस्तर खण्ड अभिलेख (अपूर्ण) प्रस्तुत अभिलेख एक खण्डित शिला पर उत्कीर्ण है जो गांधी स्मृति संग्रहालय, भावनगर में सुरक्षित है। इसका उल्लेख इंडियन आकियालाजी, ए रिव्यू, १९६०-६१, पृष्ट ४४, क्रमांक २१ पर किया गया है। इसमें परमार वंशीय किसी हरिराज नामक शासक का उल्लेख है। उसके मंत्री का नाम 'सुद' था। प्राप्त परमार राजवंशीय वंशावली में इस नाम का कोई नरेश ज्ञात नहीं होता । अतः संभावना यह है कि वह कोई प्रान्तीय शासक रहा होगा। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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