Book Title: Pantrish Bolnno Thokdo
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek
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(२३) ३३ खेवडदेवममां, नोजनमां, विद्या जणवामां, व्यापारमा भने वैद्य बागल लाज करवी नहीं. ३५ क्वेशस्थानके उठे रहेतुं नहीं... ३५ अग्नि, गुरु, ब्राह्मण, गाय, कुमारी अने शा__ स्वनां पुस्तक एटलांने पग लगामवो नहीं.. ३६ घी, तेल, दही,ध प्रमुख उघामां मूकवां नहीं. ३७ वैद्य, अग्निहोत्री, राजा, नदी, व्यापारी वा__णीयो ए पांच ज्यां न होय, त्यां वसवू नहीं. ३० नीचथी विवाद करवा ३ए जे थकी जीवने जोखम थाय ते धन पण वर्जवं. ४० शत्रुनी उपर पण निर्दय थq नहीं. ४१ मूर्ख, कायर, अनिमानी, अन्यायी अने पुष्ट ___ एटलाने खामी करवा नहीं. ४२ मूर्खने हितोपदेश देवो नहीं. ४३ परस्त्रीने सर्वदा कर्जवी. ४३ इंजियो सर्वथा वश राखवी. ४५ मूर्ख मित्र करवो नहीं. ५६ लोनीने अव्यथी वश करवो.
ती शक्तिए परनी आशा नंग करवी नहीं. ४ गुण विना मात्र थामंबरथी रीज नहीं.
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