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काव्यशास्त्र-पिंगल .
| वेष्टन
कम
संख्या
एवं
ग्रंथ.
ग्रंथकार
. रचना लिपि-काल
भाषा
पूर्ण या अपूर्ण
कागद
पृष्ट एवं आकार | विशेष विवरण
ग्रंथ-संख्या
१
१३९७ २२६१
कोलाहल-प्रकाश
सुखानंद अोझा
१८१३वि.
हिन्दी
पुराना । २१: ६x४॥"
७८० ९८०
छंद-तरंगिणी
मुरलीधर
संस्कृत
१३०: ८४४॥"
छंद-बोध
१८७९ वि.
२२:
१॥४५"
२४७३
छंद-मंजरी
रामजूदेव
हिन्दी
११:
३७९३
६x६||" ग्रंथकार महा.राम
सिंह के बंशज थे।
| १३६०
२१६३
छंद-माला
केशवदास
१८३६ वि०
३६:
१३४" प्रतिलिपि
"
छंद-रत्नावली
।
जुगतराय
२२४॥ ९॥४६॥"
२८९८
छंद-रत्नावली (पिंगलमत भाष्य)
हरिरामदास निरजनी
१७९५वि.
-
१९:
५॥४४॥
७८६ १००४
६७:
७४५"
६ | १३६० | छंद-विचार
२१६६
सुखदेव मिश्र
|
-
१८९३ वि०
१०
१२४०
१६१५ वि०
नया
:
६.४५"