Book Title: Pandulipiya
Author(s): Hindi Sahitya Sammelan
Publisher: Hindi Sahitya Sammelan

View full book text
Previous | Next

Page 406
________________ क्रम संख्या १३१ १२२२ स्फुट-पद १८२२,९ १३२ १८९४ ३७४७ १३३ ७३८ ८२८, १ १३४ १३५ १३६ वष्टन एवं ग्रंथ-संख्या १३७ १३८ १३९ "" १५१४ स्फुट - शब्द २८०२ १५६६ ३१०० स्फुटकर - शब्द १२६२ | हरिगुरु-स्तोत्र १८६७, १२२२ १८२२, ११ " १२८३ हरिचंद-सत १९००, १ ग्रंथ १३६० हरिबोल - चितावनी २१६४,७ " ग्रंथकार सुंदरदास रामचरण, स्वामी 35 उपगारी जसराम " ध्यानदास सुंदरदास " संत-काव्य रचनाकाल 1 1 I -- I लिपि -काल [१९०७ वि०] १८५५ वि० १८७१ वि० |[१८१० वि०] [१९०७ वि०] भाषा हिन्दी " "1 "1 "1 ". पूर्ण या अपूर्ण पूर्ण " " " पूर्ण कागद नया पुराना " नया 17 पुराना नया पृष्ठ एवं आकार ४० : ५ ६० : ५४: ३ : ८०: ७५: EX७||” ४ : ६×६” ५x४० १० : ४ । ४३ । ।” ५|| × ४||” ८४६" ६ ॥ X ३ ।। ” १० × ६||” EX७|| ३९७ विशेष विवरण

Loading...

Page Navigation
1 ... 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472