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संख्या
ॐॐॐ
४२
४३
**
४५
४६
४७
४८
४९
५०
वष्टन
एवं ग्रंथ-संख्या
६३७
१५२२
१९१४ ३८५०
१८९९
३७६९
१४३३
२४५४
१३०६
१९६८
१३७६
२११६
१२६७ १९४२
१८८९
३७३८
१८६०
३७३६
१८९१ ३७४.
राम- कलेवा
ग्रंथ
रामकलेवा - रहस्य
"1
रामकृष्ण-वर्णन
रामगीतामाला
रामचंद्र की पतल
रामचंद्र - विलास
ग्रंथकार
रामनाथ प्रधान
"
"
सूरि पंडित
क्षेमकरण मिश्र
"1
कुणाल द्विज
नवलसिंह प्रधान
"
रामकाव्य : अन्य
रचना
काल
-
I
----
लिपि -काल
१९३२ वि०
१९७३ वि०
१९०४ वि०
T
I
१८२० वि०
१९८३ वि०
१९८३ वि०
१९८४ वि०
भाषा
हिन्दी
11
ग
संस्कृत
हिन्दी
पूर्ण या अपूर्ण
पूर्ण
"
11
"1
कागद
पुराना
नया
"
"1
पुराना
""
नया
"
पृष्ठ एवं आकार
४४ :
१०४ ३ ९४५ ॥ " श्राठ अध्याय तक
५८ :
२४ :
७८ :
६८:
२४३ :
२३२ :
९॥४६॥”
३६० :
८॥ ४७"
१२: ८||५||
८५
Ell x५" देखिए- कृष्ण काव्य में भी
१० ॥ × ५”
४१४
१०४७”
विशेष विवरण
१०४७"
जन्मखंड, यह ग्रंथ १५ खंडों
में समाप्त किया गया है विलास खंड
१० X ७ श्रश्वमेघ खंड