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संत-काव्य
| वेष्टन संख्या
एवं ग्रन्थ-संख्या
- ग्रंथ
____ ग्रंथ
ग्रंथकार
ग्रंथकार
रचनाकाल
लिपि-काल । भाषा
पूर्ण या अपूर्ण
कागद | पृष्ठ एवं आकार
विशेष विवरण
१
१००८ | अक्षर-शरणी १६०३
चरणदास, स्वामी
.
- [१८८५ वि०] हिन्दी
| अपूर्ण
पुराना
| १३:
९x४"
२
अणभैपद
दादूदयाल
१४३२ २४४६
[१९१२ वि०]
:
नया
३१:
'भ्रमतोड़' भी इस ७IX४" | पोथी का दूसरा
नाम है।
बदलीदास
१९५० वि०
११५:
३१३१८ | अनुभव-प्रकाश
- २००६
८४६"
अनुभव-विलास
रामचरण, स्वामी
पुराना
१५४ : १२॥४६"!
२०८१
| अभयवाणी आदि २८८७
२२४:
३४२"
अमृत उपदेश
१८४४ वि०
१०८: १२॥X६"
२१०६
.७
१२२२ | आत्मबोध १८२२,८
. गोरखनाथ
[१९०७वि०]
नया
| ३: .
६
|"
आत्मानुभव
सुंदरदास
१८१० वि०
पुराना
५:
१०४६॥"
१८९४ | कजरी-पद ३७४९
देवीदास
१९८४ वि०
१० १५९१ | कबीर का ज्ञान
३०७३ ।
कबीरदास
अपूर्ण
पुराना
८१ :
८॥४७"