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श्री चन्द्रर्षि महत्तर प्रणीत पंचसंग्रह (६) (बन्धनकरण-प्ररूपणा अधिकार)
0 हिन्दी व्याख्याकार
स्व० मरुधरकेसरी प्रवर्तक मुनि श्री मिश्रीमल जी महाराज
9 दिशा निदेशक
मरुधरारत्न प्रवर्तक मुनि श्री रूपचन्द जी म० 'रजत' D संयोजक-संप्रेरक
मरुधराभूषण श्री सुकनमुनि
0 सम्पादक
देवकुमार जैन । प्राप्तिस्थान
श्री मरुधरकेसरी साहित्य प्रकाशन समिति पीपलिया बाजार, ब्यावर (राजस्थान)
- प्रथमावृत्ति वि० सं० २०४२ पौष; जनवरी १९८६
गुरुदेवश्री की द्वितीय पुण्य तिथि - मूल्य
लागत से अल्पमूल्य १०/- दस रुपया सिर्फ 0 मुद्रण
श्रीचन्द सुराना 'सरस' के निदेशन में शक्ति प्रिंटसं, आगरा