Book Title: Panchastikay Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 82
________________ कृदन्त-कोश संबंधक कृदन्त गा.सं. कृदन्त शब्द अर्थ अभिगम्म जानकर अभिवंदिऊण प्रणाम करके कृदन्त संकृ अनि 123 105 दट्टण देखकर संकृ अनि संकृ 137 145 मुणिऊण जानकर आस्सिद उदिण्ण भूतकालिक कृदन्त आश्रित भूकृ अनि उत्पन्न हुआ भूक अनि निर्मित भूक अनि प्राप्त हुआ भूकृ अनि प्राप्त हुआ युक्त भूकृ अनि भूकृ अनि 120 147 143 118 113 106.152 145 144 संबंध सहित 148 141 119 णिग्गहिद णिबद्ध णिव्वाद दुप्पउत्त युक्त भूक अनि वश में किया गया बाँधा हुआ निष्पन्न भूक दुरुपयोग किया भूकृ अनि हुआ कहा गया भूकृ अनि 109 140 पण्णत्त 121 पंचास्तिकाय (खण्ड-2) नवपदार्थ-अधिकार (75)

Loading...

Page Navigation
1 ... 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98