Book Title: Panchashati Prabodh Sambandh
Author(s): Mrugendravijay
Publisher: Suvasit Sahitya Prakashan

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Page 7
________________ "Aho Shrutgyanam" मानमा ससा बनारसमाप्राह नसamandal maanaan aa मानिसमस्यRARAMBHARAalapam.awanायकामता कमलयाक नकिरीरिकामाकमिनमालिका मानशिक्षसी असायनीजवस्वाद अदाय - वर्य बाणिनिवासमा नमाण प्राभायातका सामग्राममेसोकयाम परवति माaagama awresमानय विम शिवोहरामनगटापिकामानिमायामा सम्बोधिवायदिनमासकसवानियापान यहारिकायस्वालालघाखाणेनसतंय मनमत्रिविमा मादेन नासवनिराधारंवानोर पिसिस्मिक कयामतायदातासाजन मिराक्षांजवयदि तितकानोकामनाना मनीवर ततायुमणाककारमा जल विराक्षावित राजाक्षम कदासुस्वारोजकाहाय मोमाताश्रीवारमतिमाशययनविलक्षारसायक्षकानेडापिता ततपकदारनामसरिस्म ननिकायोगपतिmaraeनिमावावासबाamanासवाणावर एशित जिनमः अभिप्राय पावागावाप्रयताकिंजानाति दकिंचित शनिबाद अयस्वासत्ववादीमावाधिवत Banaकिलपा शिपाद या नियमानसमयादसायकायत मंशानप्रदान तनाaareष्टंकषयनित Library of Tubingen university of Bonn (West Germany) Hit ઉપલબ્ધ પ્રબન્ધ—પંચશતીની પ્રતિનું એક પૃષ્ઠ.

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