Book Title: Navpadmay Siddhachakra Aradhan Vidhi Author(s): Vijayodaysuri Publisher: Maneklalbhai Mansukhbhai View full book textPage 2
________________ KIRGANLI abitanti enyUD - LIRANA na alamennyi - Jalan AmmA . BINTANNAHULE ॥ॐ अहं नमः॥ ॥सर्वसमीहितदायकाय नवपदमयश्रीसिद्धचक्राय नमः ॥ सर्वतन्त्रस्वतन्त्र-मरिचक्रचक्रवर्ति-शासनसम्राट-तपागच्छा. धिपति-जगद्गुरु-भट्टारकाचार्य श्रीमद्विजयनेमिसूरिभगवद्भयो नमः नवपदमय श्रीसिद्धचक्राराधन विधि विगेरे संग्रहः॥ सयोजक DalWHATIRITHILI संयोजक : स्वपरसमयपारावारपारीण-सरिचक्रचक्रवर्ति-शासनसम्रादतपागच्छाधिराजआचार्यमहाराज श्रीमान् विजयनेमिसूरीश्वरपट्टालङ्कार सिद्धान्तवाचस्पति-न्यायविशारद - आचार्य श्रीमान् विजयोदयसूरिः सद्धर्मकर्मधुरीण श्रेष्ठिवर्य मनसुखभाइ भगुभाइना सुपुत्र वीतरागैकधर्मनिष्ठ श्रेष्ठिवर्य माणेकलालभाइए स्वद्रव्यव्ययथी श्रीसिद्धचक्रजीनुं आराधन करनार भाइ-व्हेनोना उपयोगसारु श्री जैन ___ ग्रंथप्रकाशक सभाद्वारा छपावी प्रगट कर्यो. प्रत ३००० ] अमूल्य [प्रथमावृत्ति SIMATI POD LUCRAREA AD - Thilltowalu PB OLUNANLAD - TRUEHRANI BURUNUHANGPage Navigation
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