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82... नाट्य मुद्राओं का एक मनोवैज्ञानिक अनुशीलन
लाभ
___ चक्र- मणिपुर, अनाहत चक्र तत्त्व- अग्नि एवं वायु तत्त्व ग्रन्थिएड्रीनल, पैन्क्रियाज, थायमस ग्रन्थि केन्द्र- तैजस एवं आनंद केन्द्र विशेष प्रभावित अंग- हृदय, फेफड़ें, भुजाएं, रक्त संचरण तंत्र, पाचन संस्थान, यकृत, तिल्ली, नाड़ीतंत्र, आँतें। द्वितीय विधि
नाट्य शास्त्र के अनुसार जिस मुद्रा में मध्यमा अंगूठे से संयुक्त, तर्जनी झुकी हुई और शेष अंगुलियाँ हथेली पर स्थित हों वह ताम्रचूड़ मुद्रा है।65
तामाङ मुद्रा-2
लाभ
चक्र- अनाहत एवं मणिपुर चक्र तत्त्व- वायु एवं अग्नि तत्त्व अन्थिथायमस, एड्रीनल एवं पैन्क्रियाज केन्द्र- आनंद एवं तैजस केन्द्र विशेष प्रभावित अंग- हृदय, फेफड़े, भुजाएं, रक्त संचार प्रणाली, पाचन तंत्र, नाड़ी तंत्र, यकृत, तिल्ली, आँतें।