Book Title: Mukti ka Amar Rahi Jambukumar
Author(s): Rajendramuni, Lakshman Bhatnagar
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 231
________________ परिशिष्टः | २१६ दीक्षा-वीर निर्वाण सवत् १ मे आर्य सुधर्मा द्वारा आचार्य पद-ईसा से ५०७ वर्ष पूर्व वीर निर्वाण सवत् २० मे। सम्पूर्ण आयु-८० वर्ष गृहस्थ पर्याय-१६ वर्ष साधु पर्याय -६४ वर्ष (४४ वर्ष तक आचार्य रहे) केवल ज्ञान की प्राप्ति-वीर निर्वाण सवत् २० मे । निर्वाण-ईसा पूर्व ४६३ मे आर्य जम्बू ने ८० वर्ष की आयु पूर्ण कर वीर नि० स० ६४ मे निर्वाण पद प्राप्त किया।

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