Book Title: Mohan Sanjivani
Author(s): Rupchand Bhansali, Buddhisagar Gani
Publisher: Jinduttsuri Gyanbhandar

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Page 11
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥ श्री वीतरागाय नमः ॥ मोहन-संजीवनी या नि परमसुविहित खरतरगच्छविभूषण जैनशासन प्रभावक जगत्पूज्य क्रियोद्धारक श्रीमन् मोहनलालजी महाराज का संक्षिप्त जीवनचरित्र शान्ताय दान्ताय जितेन्द्रियाय, धीराय वीराय मुनीश्वराय । सद्धयानज्ञानादि गुणाकराय, भत्तया नमः श्रीमुनिमोहनाय ॥१॥ जगत्पूज्य मुनि प्रवर श्रीमन्मोहनलालजी महाराज जैनसमाज में वीसवीं शताब्दि के प्रकाशमान नक्षत्रोंमेंसे सर्वाधिक तेजवान् शासनप्रभावक और तपस्वी मुनिराज थे। इस संजीवनी में हम उन्हीं महापुरुषका जन्मस्थानादि संक्षिप्त जीवन परिचय पाठकोंकी सन्मुख रखनेका प्रयत्न करते हैं। ___ भारत वर्ष की गौरव भूमि भगवान् सुपार्श्वनाथ स्वामि की जन्मभूमि, श्रीकृष्ण भगवान की लीला भूमि मथुरा से शायद ही कोइ भारतीय अपरिचित होगा | उत्तर प्रदेश का. यह विभाग For Private and Personal Use Only

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