Book Title: Maro Swadhyaya
Author(s): Divyaratnavijay
Publisher: Shraman Seva Parivar

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Page 6
________________ ३६ ३४ श्री वर्धमान विद्या स्तव ३५ श्री धर्मचक्र विद्या ३५ श्री परमेष्ठी मंत्र ३६ श्री वर्धमान विद्या श्री महावीरस्तव आचार्य अभयेदवसूरि ३९ गणि-पंन्यास पद धारक वर्धमान विद्या ४० बृहद् वर्धमान विद्या ४२ श्री नकार विद्या स्तवन ४४ श्री ह्रींकार विद्या स्तवन ४६ श्री नमस्कारमंत्राधिराजस्तोत्र ४७ श्री लब्धिपदगर्भितमहर्षिस्तोत्र ४८ लब्धिपद फल प्रकाशक कल्प ५१ श्री सिद्धचक्रस्तोत्र ५३ श्री गौतमाष्टक ५५ सिरि गोयम थवो आचार्य मुनिसुंदरसूरि ५६ श्री गौतमस्वामी छन्द विजयसेनसूरि ५८ श्री अनुभूतसिद्धसारस्वतस्तोत्र आचार्य बप्पभट्टसूरि श्री सरस्वती नाम स्तोत्र अज्ञात ६३ श्री सूरिमन्त्र स्तोत्र आचार्य मुनिसुंदरसूरि ६४ श्री सरस्वती - अष्टक आचार्य मुनिसुंदरसूरि ६५ श्री त्रिभुवनस्वामिनी देवी स्तोत्र आचार्य मुनिसुंदरसूरि . Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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