Book Title: Mahavira Vardhaman
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 8
________________ - अथाष्टकं देवेंदनागेदनरेंदबंधान श्रुभत्य दानशोभितसारवर्णानाधाञ्चिसंसाईगुणे जलोपानिने सिहोतजतीनजयेहाशमलिन बस्तुजलकरौयहसुभावजलमांहि नलसुंजि नपररजतो रुजकलंकमिटिजाहिराईहीनह। श्रीपरमत्रलनंतानेतज्ञानशक्तयेनमात्री अरहनजीसिइजीप्राचार्यजीउपाया यजयासर्बसाधुपंचपरमेसम्मोनमःशिपथ मानजोगजीकरणानजोगजी वरणानुजो गनीमानजोगजानीसम्यकदर्शजी २०॥सम्मकुज्ञानजाशासम्मकचारित्रेमोनमः २२॥जलंगलामतालोकोदरमध्मति समस्तस वाहितहारिवाकरानाश्रीचंदनैर्गधविलुभगत जिनेदेशातपतवस्तुशीतलकचंदनशीतल पापाचंदनौजिनपजतामिदैमोहसतायार चंदनाअपारसंसारमहामाई योनायोषार ज्यतरीनस्वभकानाचक्षतांगैवलाक्षतो पौर्जिनशतदलधक्लपवित्र प्रतिगोध सुअधिनत्तासानक्षतसौं जिनरजनाअग गोनपरकासाअक्षतालीनिविभज्यादविवो पसुनि वासुचाकियनैकान कुंदार - -

Loading...

Page Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 1115