Book Title: Mahavira Vardhaman
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 11
________________ काज्योतिगीदेवाकानिमांणाकैविय अलपकार काव्यतरदेवाकास्थानाविभगवानकायक तमचैतालाविराजमानछेत्याकाचरणकवलकी रजापत्येकपत्येकसंक्षेपमात्रासीमहि मातूमविया ओरधेरैनहिकोया जोसरिजमैजो तिहीनहितारागिनसोयास भाग पानि ननाथशास्त्रयमिनामांसदाकुर्डनोविसंध्या सविचित्रकाव्यरचनाभितलासरावनेत्रिसंध्या सुविचित्रकाव्यरचनाम्रचारयंतेनरा स्लेभन्या सकलाविवीधरुचिरसिईलमतेपरा॥२॥रज्या जलिंक्षिपेत्य भोजितनायासंभवश्वा भिनंदनासुमतिपनमासनासुपाजिनस मामाचंद्राभिषय्यदेशश्नाशीतलोभगवान निः योसोवासएज्यश्चाविमलोबिमलधुनी अनंनोधर्मनाथश्व शांतिकुंथुर्जिनोनमः अरवेमलिनायचासुननोनमितीर्थकता। हरिवंशसमुन्दशोभरिटनेमिर्जिनेश्वरालास्तो पसर्गदेसारीपाचनाणेदपजिनःकर्मात रुन्महावीररासिद्धार्थकुलसंभवः।गतेसुरासुरौ घेनारजिनाविमलखिषणारजिताभरताचे नाभद्रीरभतिभीचर्बिधिस्पसंघस्पो निकुर्वनुशास्वती मक्ति जिनेभक्तिर्जिनभक्ति - -

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