Book Title: Mahavira Vardhaman
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 12
________________ - जिनेभक्तिसदास्तुमे सम्यक्तमेवसंसारावारण मोक्षकारणाला श्रुतेभक्तियुतेभक्तिश्रुति सदास्तुमो सज्ञानमेवसंसारावारणमोक्षकारां गुरीभक्तिगुरुभक्तिगुरुभक्सिदास्तुमचा रित्रमेवसंसारावारण मोक्षकारा भारती लत्यो वताऍटागोजणुधाण परपोसिर तहखतधरुपनवचरणविहागाकेवलणाणेन इपरमपरपरमपरु॥जयरिस हरिसीसरण मियपायाजयअजिभजियंगयरोसराय जय संभवसंभवकयविउयाजय अभिनंदनणेदीय पउया।जयरमयसमयसम्मयपयासाजया पउमपहपउमाणिवासा जयजयहियसुपास सुवासगत्तजयचंरप्पहर्षदाहिबजयपु पर्यतर्दनंतरंगा जयशीयशीयलबयणभंग, जयसेयसेयकिरणोहसुजु।जयवासरा जागारमा जयविमल विमलगमासेदिता गाजयजयहि प्रांताणतणाजयधम्मथ म्मतियारसंताजयसैतिसंतिविहियायबना जयकुंथकुंथयागिसरयाजय अरुन माहरवियरसमयाजयमतिमलिभारामगंध जयमुसुक्यसवयविधाजयणमिण मियामरणीयरसामिाजयणेमिधर्मरहैसकरणे|| - - । - -

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